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  • चंद्रमा ग्रह वाले जातक और उनका जीवन

    चंद्रमा ग्रह वाले जातक और उनका जीवन

    कर्क राशि का स्वामी चंद्रमा ग्रह होता है चंद्रमा ग्रह को मन एवं मां का कारक माना जाता है चंद्रमा ग्रह का भाग्योदय वर्ष 24 हैं एवं जिन जातकों की कुंडली में चंद्रमा शुभ कारक होती है ऐसे लोग 24 वर्ष की आयु से धन अर्जन करने लग जाते हैं एवं चंद्रमा ग्रह जिस राशि में बैठा हो वह जन्म राशि होती है चंद्रमा से ही राशि बनती है चंद्रमा ग्रह का राशि रतन मोती है चंद्रमा वाले जातक अपने मन की सुनते हैं तथा ऐसे राशि वाले जातक मन के कोमल होते हैं तथा अपने कार्य में कुशल होते हैं वह मेहनत व परिश्रम से अपने कार्य को पूर्ण करते हैं चंद्रमा वाले जातकों के लिए शुभ रंग स्वेत

    चंद्रमा ग्रह के उपाय

    चंद्रमा को माता का कारक माना जाता है इसलिए माता की सेवा करें नित्य दिन माता के पैर छूकर आशीर्वाद ले चंद्रमा अगर कुंडली में कमजोर है या चंद्रमा 6,8,12 भाव मे है तो पूर्णमासी का उपवास रखना चाहिए चंद्रमा के लिए चावल चीनी अथवा सफेद चीजों का दान करें हर सोमवार को दूध ले उसमें चावल चंदन सफेद तिल गंगाजल मिश्री डालें और उससे शिवलिंग का अभिषेक करें
    एवं चंद्रमा के बीज मंत्र का जाप करें

  • सूर्य ग्रह वाले जातक और उनका जीवन

    सूर्य ग्रह वाले जातक और उनका जीवन

    सिंह राशि का स्वामी सूर्य सिंह राशि वाले जातक साहसी धैर्यवान तेजस्वी एवं आत्मनिर्भर स्वभाव के होते हैं एवं राजनीतिक एवं सामाजिक कार्य भी करते हैं
    इनका भाग्यदेव वर्ष 22 वर्ष की आयु मैं होता है इनके लिए राशि रतन माणिक होता है सूर्य के लिए राशि रतन माणिक होता है एवं लाल रंग शुभ होता है सूर्य पिता का कारक होता है अगर कुंडली में सूर्य ग्रह की स्थिति ठीक नहीं है तो जातकों को अपने पिता के साथ भी संबंध अच्छे नहीं रहते हैं और जिन जातकों का सूर्य कुंडली में शुभ स्थिति में हो तो ऐसे जातक अपने पिता से पूर्ण सहयोग एवं अच्छे संबंध बनाते हैं इस राशि वाले जातकों में नेतृत्व करने की क्षमता रहती है इस राशि वाले जातकों को भगवान विष्णु की आराधना करने से विशेष लाभ प्राप्त होता है सिंह राशि वाले जातक अपने जीवन में छोटी उम्र में अपना करियर बनाने में सफल रहते हैं परंतु जीवन में काफी परिश्रम करना पड़ता है ऐसे जातकों को गुस्सा बहुत जल्दी आता है और शांत भी उतनी जल्दी होते हैं

    सूर्य ग्रह के लिए उपाय

    सूर्य को अर्घ्य दे हर सुबह अर्घ्य के जाल में डालें यह पांच चीज गंगाजल ,तिल ,गुड़ ,चावल और लाल पुष्प
    दूसरा सूर्य ग्रह को पिता का कारक माना जाता है इसलिए पिता की सेवा करें एवं प्रतिदिन उनके चरण स्पर्श करें और आशीर्वाद ले
    सूर्य के लिए आदित्य हृदय स्तोत्र का पाठ करें सूर्य की महादशा में विशेष लाभ प्राप्त होगा एवं
    सूर्य का बीज मंत्र का जाप करें
    ॐ ह्रां ह्रीं ह्रौं सः सूर्याय: नम: